'Am Yaqūlūna Aftarāhu ۚ Bal Huwa Al-Ĥaqqu MinRabbika Litundhira Qawmāan Mā 'Atāhum Min Nadhīrin MinQablika La`allahum Yahtadūna
032-003 क्या ये लोग (ये कहते हैं कि इसको इस शख्स (रसूल) ने अपनी जी से गढ़ लिया है नहीं ये बिल्कुल तुम्हारे परवरदिगार की तरफ से बरहक़ है ताकि तुम उन लोगों को (ख़ुदा के अज़ाब से) डराओ जिनके पास तुमसे पहले कोई डराने वाला आया ही नहीं ताकि ये लोग राह पर आएँ
Al-Lahu Al-Ladhī Khalaqa As-Samāwāti Wa Al-'Arđa Wa Mā Baynahumā Fī Sittati 'AyyāminThumma Astawá `Alá Al-`Arshi ۖ Mā Lakum Min Dūnihi Min Wa Līyin Wa Lā Shafī`in ۚ 'Afalā Tatadhakkarūna
032-004 ख़ुदा ही तो है जिसने सारे आसमान और ज़मीन और जितनी चीज़े इन दोनो के दरमियान हैं छह: दिन में पैदा की फिर अर्श (के बनाने) पर आमादा हुआ उसके सिवा न कोई तुम्हारा सरपरस्त है न कोई सिफारिशी तो क्या तुम (इससे भी) नसीहत व इबरत हासिल नहीं करते
032-005 आसमान से ज़मीन तक के हर अम्र का वही मुद्ब्बिर (व मुन्तज़िम) है फिर ये बन्दोबस्त उस दिन जिस की मिक़दार तुम्हारे शुमार से हज़ार बरस से होगी उसी की बारगाह में पेश होगा
Thumma Sawwāhu Wa Nafakha Fīhi Min Rūĥihi ۖ Wa Ja`ala Lakumu As-Sam`a Wa Al-'Abşāra Wa Al-'Af'idata ۚ Qalīlāan Mā Tashkurūna
032-009 फिर उस (के पुतले) को दुरुस्त किया और उसमें अपनी तरफ से रुह फूँकी और तुम लोगों के (सुनने के) लिए कान और (देखने के लिए) ऑंखें और (समझने के लिए) दिल बनाएँ (इस पर भी) तुम लोग बहुत कम शुक्र करते हो
Wa Qālū 'A'idhā Đalalnā Fī Al-'Arđi 'A'innā Lafī Khalqin Jadīdin ۚ Bal Hum Biliqā'i Rabbihim Kāfirūna
032-010 और ये लोग कहते हैं कि जब हम ज़मीन में नापैद हो जाएँगे तो क्या हम फिर नया जन्म लेगे (क़यामत से नही) बल्कि ये लोग अपने परवरदिगार के (सामने हुज़ूरी ही) से इन्कार रखते हैं
Wa Law Tará 'Idhi Al-Mujrimūna Nākisū Ru'ūsihim `Inda RabbihimRabbanā 'Abşarnā Wa Sami`nā Fārji`nā Na`mal Şāliĥāan 'Innā Mūqinūna
032-012 और (ऐ रसूल) तुम को बहुत अफसोस होगा अगर तुम मुजरिमों को देखोगे कि वह (हिसाब के वक्त) अपने परवरदिगार की बारगाह में अपने सर झुकाए खड़े हैं और(अर्ज़ कर रहे हैं) परवरदिगार हमने (अच्छी तरह देखा और सुन लिया तू हमें दुनिया में एक दफा फिर लौटा दे कि हम नेक काम करें
Wa Law Shi'nā La'ātaynā Kulla Nafsin Hudāhā Wa Lakin Ĥaqqa Al-Qawlu Minnī La'amla'anna Jahannama Mina Al-Jinnati Wa An-Nāsi 'Ajma`īna
032-013 और अब तो हमको (क़यामत का)े पूरा पूरा यक़ीन है और (ख़ुदा फरमाएगा कि) अगर हम चाहते तो दुनिया ही में हर शख़्श को (मजबूर करके) राहे रास्त पर ले आते मगर मेरी तरफ से (रोजे अज़ा) ये बात क़रार पा चुकी है कि मै जहन्नुम को जिन्नात और आदमियों से भर दूँगा
032-014 तो चूँकि तुम आज के दिन हुज़ूरी को भूले बैठे थे तो अब उसका मज़ा चखो हमने तुमको क़सदन भुला दिया और जैसी जैसी तुम्हारी करतूतें थीं (उनके बदले) अब हमेशा के अज़ाब के मज़े चखो
'Innamā Yu'uminu Bi'āyātinā Al-Ladhīna 'Idhā Dhukkirū Bihā Kharrū Sujjadāan Wa Sabbaĥū Biĥamdi Rabbihim Wa Hum Lā Yastakbirūna
032-015 हमारी आयतों पर ईमान बस वही लोग लाते हैं कि जिस वक्त उन्हें वह (आयते) याद दिलायी गयीं तो फौरन सजदे में गिर पड़ने और अपने परवरदिगार की हम्दो सना की तस्बीह पढ़ने लगे और ये लोग तकब्बुर नही करते (15) (सजदा)
Tatajāfá Junūbuhum `Ani Al-Mađāji`i Yad`ūna RabbahumKhawfāan Wa Ţama`āan Wa Mimmā Razaqnāhum Yunfiqūna
032-016 (रात) के वक्त उनके पहलू बिस्तरों से आशना नहीं होते और (अज़ाब के) ख़ौफ और (रहमत की) उम्मीद पर अपने परवरदिगार की इबादत करते हैं और हमने जो कुछ उन्हें अता किया है उसमें से (ख़ुदा की) राह में ख़र्च करते हैं
032-019 लेकिन जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे अच्छे काम किए उनके लिए तो रहने सहने के लिए (बेहश्त के) बाग़ात हैं ये सामाने ज़ियाफ़त उन कारगुज़ारियों का बदला है जो वह (दुनिया में) कर चुके थे
032-020 और जिन लोगों ने बदकारी की उनका ठिकाना तो (बस) जहन्नुम है वह जब उसमें से निकल जाने का इरादा करेंगे तो उसी में फिर ढकेल दिए जाएँगे और उन से कहा जाएगा कि दोज़ख़ के जिस अज़ाब को तुम झुठलाते थे अब उसके मज़े चखो
Wa Man 'Ažlamu MimmanDhukkira Bi'āyāti Rabbihi Thumma 'A`rađa `Anhā ۚ 'Innā Mina Al-Mujrimīna Muntaqimūna
032-022 और जिस शख़्श को उसके परवरदिगार की आयतें याद दिलायी जाएँ और वह उनसे मुँह फेर उससे बढ़कर और ज़ालिम कौन होगा हम गुनाहगारों से इन्तक़ाम लेगें और ज़रुर लेंगे
Wa Laqad 'Ātaynā Mūsá Al-Kitāba Falā Takun Fī Miryatin Min Liqā'ihi ۖ Wa Ja`alnāhu Hudan Libanī 'Isrā'īla
032-023 और (ऐ रसूल) हमने तो मूसा को भी (आसमानी किताब) तौरेत अता की थी तुम भी इस किताब (कुरान) के (अल्लाह की तरफ से) मिलने में शक में न पड़े रहो और हमने इस (तौरेत) तो तुम को भी बनी इसराईल के लिए रहनुमा क़रार दिया था
Wa Ja`alnā Minhum 'A'immatan Yahdūna Bi'amrinā Lammā Şabarū ۖ Wa Kānū Bi'āyātinā Yūqinūna
032-024 और उन्ही (बनी इसराईल) में से हमने कुछ लोगों को चूंकि उन्होंने (मुसीबतों पर) सब्र किया था पेशवा बनाया जो हमारे हुक्म से (लोगो की) हिदायत करते थे और (इसके अलावा) हमारी आयतो का दिल से यक़ीन रखते थे
'Awalam Yahdi Lahum Kam 'Ahlaknā MinQablihim Mina Al-Qurūni Yamshūna Fī Masākinihim ۚ 'Inna Fī Dhālika La'āyātin ۖ 'Afalā Yasma`ūna
032-026 क्या उन लोगों को ये मालूम नहीं कि हमने उनसे पहले कितनी उम्मतों को हलाक कर डाला जिन के घरों में ये लोग चल फिर रहें हैं बेशक उसमे (कुदरते ख़ुदा की) बहुत सी निशानियाँ हैं तो क्या ये लोग सुनते नहीं हैं
032-027 क्या इन लोगों ने इस पर भी ग़ौर नहीं किया कि हम चटियल मैदान (इफ़तादा) ज़मीन की तरफ पानी को जारी करते हैं फिर उसके ज़रिए से हम घास पात लगाते हैं जिसे उनके जानवर और ये ख़ुद भी खाते हैं तो क्या ये लोग इतना भी नहीं देखते